भोजपुरी भाषा उत्तर भारत की बिहार राज्य के भोजपुर जिले व उसके आस-पास के क्षेत्रों में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है। यह भाषा बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, झारखंड, नेपाल, बंगाल, ओडिशा और महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में भी बोली जाती है। भोजपुरी भाषा को भोजपुरी, भोजपुरिया या भोजपुरी मागही नाम से भी जाना जाता है।
भोजपुरी का इतिहास विशाल और समृद्ध है, और यह भाषा विभिन्न समयों में विकास का शिकार हुई है। भोजपुरी भाषा की उत्पत्ति भाषा विज्ञानियों के मुताबिक भारतीय भाषा परिवार के मागही शाखा से हुई है। यह भाषा भोजपुर जिले के पास स्थित गंगा नदी के किनारे के इलाके में पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल में बोली जाती है।
भोजपुरी भाषा को बिहार और उत्तर प्रदेश के कई सम्राटों के समय में अपनी महत्ता मिली। सम्राट अशोक के समय में भी भोजपुरी भाषा का अवशेष मिलता है। इस समय में भोजपुरी को मागधी भाषा के एक उपभाषा के रूप में माना जाता था। विक्रमादित्य और महेन्द्रपाल जैसे गुप्त वंश के राजा भी भोजपुरी भाषा के प्रोत्साहनकारी थे और इसे राजभाषा के रूप में अपनाया।
भोजपुरी भाषा के विकास में अवधी और मगही भाषा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इन भाषाओं के साथ भोजपुरी के भाषाई सम्पर्क से भोजपुरी की विशेषता और सांस्कृतिक विकास में सुधार हुआ।
भोजपुरी भाषा का विकास और प्रचलन भारतीय इतिहास के विभिन्न कालों में रहा है और यह भाषा आज भी उत्तर भारत के साथ-साथ विदेशों में बसे भोजपुरी समुदायों द्वारा भी बोली जाती है। भोजपुरी भाषा का इतिहास इसके समृद्ध व सांस्कृतिक पारंपरिकता से भरा हुआ है, जो आज भी इसे एक महत्वपूर्ण भाषा बनाती है।
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