A leading informative website - Bihari By Nature

  • Home
  • Bhojpuri
    • Actor
      • Pawan Singh
      • Manoj Tiwari
  • Poetry
  • Places
  • News
  • Lyrics
  • Religion
  • Contribute

ज्योतिर्लिंग की सूची, इतिहास, स्थान और पूजा कैसे करें

July 23, 2023 By SANJAY CHOUBEY Leave a Comment

भारतीय संस्कृति में धार्मिक तत्वों का विशेष महत्व है और हिंदू धर्म में ज्योतिर्लिंग एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के विशेष रूपों में से एक हैं और इन्हें भारत भर में नौ स्थानों पर स्थापित किया गया है। इस लेख में हम ज्योतिर्लिंग की सूची, उनके इतिहास, स्थानों के बारे में जानेंगे और यह भी बताएंगे कि ज्योतिर्लिंग की पूजा कैसे करनी चाहिए।

jyotirlinga-List

भाग 1: ज्योतिर्लिंग सूची

  1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग – प्राचीन सोमनाथ मंदिर गुजरात के वेरावल नजदीक स्थित है।
  2. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग – श्रीशैलम, आंध्र प्रदेश में स्थित है।
  3. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित है।
  4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग – अम्बाजी, गुजरात में स्थित है।
  5. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग – केदारनाथ, उत्तराखंड में स्थित है।
  6. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग – पुणे, महाराष्ट्र में स्थित है।
  7. काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग – काशी (वाराणसी), उत्तर प्रदेश में स्थित है।
  8. त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग – त्र्यंबक, महाराष्ट्र में स्थित है।
  9. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग – देवघर, झारखंड में स्थित है।

भाग 2: ज्योतिर्लिंग का इतिहास

ज्योतिर्लिंग के उद्गम का इतिहास प्राचीन काल में माना जाता है। इन ज्योतिर्लिंगों को प्राचीन धरोहर के रूप में देखा जाता है और इन्हें महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में स्वीकारा जाता है। यह ज्योतिर्लिंग सूची भारतीय धरोहर और धार्मिक परंपरा के अनमोल खजाने में से एक है।

भाग 3: ज्योतिर्लिंगों के स्थान

  1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग: सोमनाथ ज्योतिर्लिंग गुजरात के वेरावल नजदीक स्थित है। यह मंदिर प्राचीन समय से ही महत्वपूर्ण माना जाता है और माना जाता है कि यह भगवान शिव के अभिरुचिपूर्वक स्थानों में से एक है।
  2. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग: मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग श्रीशैलम, आंध्र प्रदेश के पास स्थित है। यह स्थान भगवान शिव की शक्ति देवी पार्वती के साथ महाशक्तिपीठों में से एक है।
  3. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित है। इस मंदिर को हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में माना जाता है।
  4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के अम्बाजी में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के एक प्रमुख पूजा स्थलों में से एक है।
  5. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग: केदारनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड के केदारनाथ में स्थित है। यह स्थान भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
  6. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग: भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के एक प्रमुख पूजा स्थलों में से एक है।
  7. काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग: काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के विशेष पूजा स्थलों में से एक है।
  8. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग: त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के त्र्यंबक में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के विशेष पूजा स्थलों में से एक है।
  9. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग: वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड के देवघर में स्थित है। यह स्थान भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।

भाग 4: ज्योतिर्लिंग की पूजा कैसे करें

ज्योतिर्लिंग की पूजा करना भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण और सांस्कृतिक तरीका है। इसे करते समय विशेष संस्कार और भक्ति के साथ इसका पालन किया जाना चाहिए।

  1. स्नान: ज्योतिर्लिंग की पूजा करने से पहले स्नान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। शुद्धता और पवित्रता के साथ पूजा करने के लिए स्नान करें।
  2. वस्त्र धारण: स्नान के बाद वस्त्र धारण करें। बेल पत्र, कुश आदि से शिवलिंग को सजाएं।
  3. दीप जलाना: ज्योतिर्लिंग की पूजा में दीप जलाना अनिवार्य है। इससे आत्मा की शुद्धता और उत्पात दूर होते हैं।
  4. पुष्प चढ़ाना: फूल और पुष्पों के आह्वान से भगवान को प्रसन्न करें।
  5. भजन-कीर्तन: भगवान शिव के भजन और कीर्तन से उनकी कृपा प्राप्त करें और अनन्त शांति अनुभव करें।
  6. मंत्र जाप: ‘ॐ नमः शिवाय’ जैसे मंत्रों का जाप करना भगवान के सामीप्य का एक शक्तिशाली तरीका है।
  7. आरती: पूजा के अंत में ज्योतिर्लिंग की आरती करें और भगवान के आशीर्वाद का लाभ उठाएं।

समाप्ति: ज्योतिर्लिंग की सूची, इतिहास, स्थान और पूजा कैसे करें, यह लेख ज्योतिर्लिंग के महत्वपूर्ण पहलुओं को प्रस्तुत करता है। ये स्थान भारतीय धरोहर और धार्मिक संस्कृति में एक विशेष स्थान रखते हैं और भगवान शिव की पूजा इन स्थानों पर भक्तों के लिए एक धार्मिक अनुभव होती है। ज्योतिर्लिंग के स्थानों का दर्शन करना और उनकी पूजा करना भगवान के समीप्य और शांति का अनुभव करने का एक अद्भुत तरीका है।

Related Posts:

  • केदारनाथ यात्रा की जानकारी
  • भोजपुरी भाषा का इतिहास (History of Bhojpuri Language):
  • दिल्ली के 10 सबसे प्रमुख आकर्षण – Tourist Places
  • महिलाएं मंगलवार का व्रत कैसे करें
  • Bihar Diwas: बंगाल से कब और कैसे अलग हुआ बिहार, जानिए इतिहास
  • The City of Steel जमशेदपुर - भारत का औद्योगिक शहर

Filed Under: Religion

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *