जो नर कहँ सके करज सराग, तुलसीदास प्रभु पाठ निराग।।
इन चौपाइयों का नियमित रूप से पाठ करने से आपके जीवन के सभी संकट दूर हो सकते हैं और आपको ध्यान, शांति, और आनंद की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा, तुलसीदासजी के रचित रामचरितमानस के पाठ से समस्त धार्मिक, सांस्कृतिक और मानसिक लाभ होता है।
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