बक्सर, बिहार: बिहार के छह जिलों में पिछले 24 घंटों में वज्रपात से सात लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) से जारी बयान के अनुसार, औरंगाबाद में दो लोगों की मौत हुई, जबकि भागलपुर, बक्सर, भोजपुर, रोहतास और दरभंगा में एक-एक व्यक्ति की जान गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन मौतों पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन विभाग की सलाहों का पालन करने की अपील की है।
पहले भी हुई थी वज्रपात से मौतें
इससे पहले, 26 जून को भी बिहार के छह जिलों में वज्रपात से आठ लोगों की मौत हो गई थी। भौगोलिक स्थिति और खराब मौसम के कारण बिहार में वज्रपात की घटनाएं आम होती जा रही हैं। उस समय भागलपुर और मुंगेर जिलों में दो-दो लोगों की मौत हुई थी, जबकि जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और अररिया जिलों में एक-एक व्यक्ति की जान गई थी।
मौसम विभाग की चेतावनी और बारिश का असर
बिहार में मानसून की सक्रियता ने भारी बारिश का दौर शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 29 जून को 23 राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, जिसमें बिहार भी शामिल था। राज्य के कई जिलों जैसे पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, किशनगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल और अररिया में भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी।
सरकार का राहत प्रयास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी संबंधित जिलों के प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे वज्रपात प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी अपील की है कि लोग मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
आम जनता के लिए सुझाव
वज्रपात से बचने के लिए निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:
- आकाश में बिजली चमकते समय खुले मैदान, पेड़, बिजली के खंभों और ऊँची इमारतों से दूर रहें।
- किसी सुरक्षित और स्थायी भवन में शरण लें।
- धातु के उपकरणों और बिजली के उपकरणों से दूर रहें।
- घर के अंदर रहें और खिड़की-दरवाजों को बंद रखें।
बिहार में वज्रपात की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और यह लोगों के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है। सरकार और प्रशासन की ओर से समय-समय पर जारी चेतावनियों और सुझावों का पालन कर हम अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से घोषित मुआवजा और राहत कार्य निश्चित रूप से प्रभावित परिवारों के लिए सहारा बनेगा, लेकिन हमारी सतर्कता ही हमें सुरक्षित रख सकती है।
संजय चौबे एक डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल हैं जिन्हे दस साल से ज्यादा का अनुभव हैं डिजिटल वर्ल्ड में। इस वेबसाइट का उद्देश्य लोगो को सही राह दिखाने में मदद करना हैं जिससे वो अपनी मंजिल तक पहुंचे। ॐ नमः शिवाय !