जुग जुग जिया सु ललनवा यह एक बहुत ही प्रसिद्ध भोजपुरी सोहर गीत है जिसे घर परिवार में नए बच्चों के आगमन पर गया जाता है यह गाना बहुत ही चाव से लोगों द्वारा सुना जाता है और गया जाता है यह सोहर उत्तर प्रदेश बिहार और झारखंड में घर-घर गया और सुना जाता है तो अगर आप जग जग जियेशु ललनवा के लिरिक्स को ढूंढ रहे हैं तो आप सही वेबसाइट पर आए हैं चलिए अब हम आपको जुग जुग जिए सो ललनवा के लिरिक्स को दे रहे हैं
जुग जुग जिया सु ललनवा लिरिक्स
जुग जुग जियसु ललनवाजुग जुग जियसु ललनवा, भवनवा के भाग जागल हो ।
ललना लाल होइहे, कुलवा के दीपक मनवा में आस लागल हो॥आज के दिनवा सुहावन, रतिया लुभावन हो ।
ललना दिदिया के होरिला जनमले, होरिलवा बडा सुन्दर हो॥नकिया त हवे जैसे बाबुजी के,अंखिया ह माई के हो ।
ललन मुहवा ह चनवा सुरुजवा त सगरो अन्जोर भइले हो॥सासु सुहागिन बड भागिन, अन धन लुटावेली हो ।
ललना दुअरा पे बाजेला बधइया, अन्गनवा उठे सोहर हो॥नाची नाची गावेली बहिनिया, ललन के खेलावेली हो ।
ललना हंसी हंसी टिहुकी चलावेली, रस बरसावेली हो॥जुग जुग जियसु ललनवा, भवनवा के भाग जागल हो ।
ललना लाल होइहे, कुलवा के दीपक मनवा में आस लागल हो॥
संजय चौबे एक डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल हैं जिन्हे दस साल से ज्यादा का अनुभव हैं डिजिटल वर्ल्ड में। इस वेबसाइट का उद्देश्य लोगो को सही राह दिखाने में मदद करना हैं जिससे वो अपनी मंजिल तक पहुंचे। ॐ नमः शिवाय !