Magadh Express ट्रेन हादसा: 50 किमी प्रति घंटे की स्पीड में एसी और स्लीपर कोच हुए अलग

बिहार में हाल ही में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। ट्रेन की स्पीड 40 से 50 किमी प्रति घंटे के बीच थी जब अचानक एसी और स्लीपर कोच एक दूसरे से अलग हो गए। यात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गार्ड ने तत्काल इस घटना की जानकारी लोको पायलट को दी, जिसके बाद आनन-फानन में ट्रेन को रोका गया। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को कोई शारीरिक नुकसान नहीं हुआ।

Investigation underway: ट्रेन के कपलिंग सुधारने के बाद रवाना हुई ट्रेन

घटना के बाद ट्रेन को जल्द ही पटना के लिए रवाना किया गया, लेकिन इस दुर्घटना के कारण डाउन मेल लाइन का परिचालन प्रभावित रहा। रेलवे के वरीय अधिकारी सूचना मिलने के बाद छानबीन में जुट गए। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।

ट्रेन हादसे का असर और यात्रियों की सुरक्षा

रेलवे सुरक्षा बल के अनुसार, यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए थे। जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, RPF की टीम को मौके पर भेजा गया। अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि “यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, और हम हर स्थिति में तत्पर रहते हैं।”

पिछले साल भी हुआ था हादसा

यह घटना यात्रियों के लिए एक डरावनी याद बन गई, क्योंकि इसी रूट पर पिछले साल भी एक बड़ा हादसा हुआ था। रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास 23 बोगियां डिरेल हो गई थीं, जिसमें कई यात्रियों ने अपनी जान गंवाई थी। इस तरह की घटनाएं यात्रियों के मन में डर पैदा करती हैं और रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं।

इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए, रेलवे अधिकारियों को इस तरह के हादसों को रोकने के लिए जल्द ही कड़े कदम उठाने की जरूरत है। ऐसे हादसों से यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान देना बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

Bihari By Nature जैसी वेबसाइटें इस तरह की महत्वपूर्ण जानकारी लोगों तक पहुँचाने का काम करती हैं, ताकि लोग जागरूक हो सकें। रेलवे और सरकार की तरफ से भी इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। Bihari By Nature पर आप और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

FAQs

1. ट्रेन हादसे में कितनी स्पीड पर कोच अलग हो गए थे?
ट्रेन की स्पीड 40 से 50 किमी प्रति घंटे के बीच थी, जब एसी और स्लीपर कोच अलग हो गए।

2. हादसे में कोई हताहत हुआ क्या?
नहीं, इस घटना में कोई भी यात्री हताहत नहीं हुआ है।

3. इस हादसे से रेलवे परिचालन पर क्या असर पड़ा?
इस हादसे के कारण डाउन मेल लाइन का परिचालन प्रभावित रहा।

4. क्या पिछले साल भी इसी रूट पर हादसा हुआ था?
हाँ, पिछले साल रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास एक बड़ी दुर्घटना हुई थी, जिसमें 23 बोगियां डिरेल हो गई थीं।

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