चाय पीने से नुकशान आज ही जान ले अच्छा रहेगा

दोस्तों वैसे तो चाय हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है हमारे देश में पुराने जमाने में चाय लोग नहीं पीते थे लेकिन बाद में चाय का प्रचलन बहुत ज्यादा हो गया और आज के समय इसका प्रचलन इतना है कि आप किसी के भी घर जाते हैं वह आपको चाय के लिए जरूर पूछेंगे तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में चलिए हम यह जानते हैं की चाय से क्या नुकसान हो सकता है हालांकि रिसर्च में यह भी पाया गया है कि चाय से कुछ फायदे भी हैं लेकिन इस पोस्ट में हम चाय से होने वाले नुकसान के बारे में बात कर रहे हैं तो चलिए शुरुआत करते हैं

वैसे तो संयमित मात्रा में चाय पीने से कुछ फायदे हो सकते हैं कोई बहुत बड़ा नुकसान नहीं होता है लेकिन अगर आप ज्यादा चाय पी रहे हैं तो इसके कई प्रकार से नुकसान है

चाय पीने से होने वाले नुकशान

चाय पीने से होने वाले नुकशान

शरीर से आयरन को कम करता हैं 

सबसे पहले यह शरीर से आयरन को सुख लेता है शोधकर्ताओं ने यह पाया है कि चाय में टैनिंग नामक यौगिक का एक स्रोत है और दोस्तों टैनिंग कुछ खाद पदार्थ में आयरन के साथ बिना हो जाता है जिसे यह हमारे पाचन तंत्र में आयरन के अवशोषण को भी प्रभावित करता है और जब आपके शरीर में आयरन की कमी हो जाएगी तो आपको एनीमिया का खतरा होता है आपको थकान और कमजोरी होगी ऐसे में चाय का सेवन करना किसी भी तरीके से फायदेमंद नहीं है बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद ही खतरनाक हो सकता है

नींद पर असर

इसका दूसरा असर आपकी नींद के ऊपर भी पढ़ सकता है शोधकर्ताओं के मुताबिक यह आपके शरीर में मेलाटोनिन के उत्पादन को रॉक या कम कर सकता है और दोस्तों आपको बता दो कि मेलाटोनिन ही दिमाग को यह संदेश देता है की कब सोना है। अगर आप ज्यादा चाय पियेंगे तो आपको पर्याप्त नींद नहीं मिलेगी जिससे आपको कई तरह के शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पढ़ सकता है।

हार्ट बान और एसिड रिफ्लक्स

चाय में मौजूद कैफीन के कारण आपको हार्ट बन की समस्या उत्पन्न हो सकती है शोधकर्ताओं से यह पता चलता है कि कैफीन के कारण पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ जाता है जिससे कि एसिड रिफ्लक्स और साथ ही साथ हार्टबर्न की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिन्हे हार्ट बोर्न की समस्या हो उन्हें तो बिल्कुल ही चाय नहीं पीना चाहिए क्योंकि इसके कारण उनकी बीमारी का खतरा और बढ़ सकता है

गर्भावस्था में चाय के बहुत नुकसान है

गर्भावस्था में अगर आप चाय ज्यादा मात्रा में लेते हैं तो इससे गर्भपात से लेकर शिशु के वजन में कमी आने तक की समस्या रहती है वैसे तो गर्भावस्था के दौरान कैफीन के लेने से जोखिमों को होने वाले खतरा के बारे में कोई स्पष्ट उत्तर नहीं है लेकिन अनुभवों के आधार पर कई शोध बताते हैं कि कैफीन का सेवन 200 से 300 मिलीग्राम से ज्यादा बिल्कुल ही नहीं होना चाहिए

 

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